कवि राज चौहान {द शिर्गुल टाइम्स}
हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री व हिमाचल निर्माता डॉ यशवंत सिंह परमार की जयंती मनाई जा रही है मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व प्रदेश सरकार के अन्य मंत्री नेता प्रतिपक्ष तथा अन्य गणमान्य लोग रिज मैदान पर पुष्पों की माला डॉ वाईएस परमार की प्रतिमा पर अर्पित करेंगे, हर साल हिमाचल में डॉ यशवंत सिंह परमार की जयंती पर साहित्यिक आयोजन भी होता है इस बार बिलासपुर में आयोजित किया जा रहा है । हिमाचल प्रदेश के गठन से लेकर हिमाचल प्रदेश एक पूर्ण राज्य बनने तक डॉ यशवंत सिंह परमार का महत्वपूर्ण योगदान है, सभी पार्टियों व दलों में समान रूप से लोकप्रिय है, यशवंत सिंह परमार डॉ यशवंत सिंह परमार सिरमौर जिले के बागथन क्षेत्र के रहने वाले थे।

लगभग 3 दशकों तक कुशल प्रशासक के रूप में जन-जन की भावनाओं संवेदनाओं को समझते हुए उन्होने प्रगति पथ पर अग्रसर होते हुए हिमाचल प्रदेश के विकास के लिए नई दिशाएं प्रस्तुत की। उनका सारा जीवन प्रदेश की जनता के लिए समर्पित रहा वे उम्र भर गरीबों और जरुरतमंदों की सहायता करते रहे।

उनका जन्म चनालग गांव में 4 अगस्त 1906 को हुआ तथा 2 मई 1981 स्वर्ग सिधार गए।
उन्होने सिरमौर रियासत में 11 वर्षों तक सब जज और मैजिसट्रेट के बाद जिला और सत्र न्यायधीश के रूप में अपनी सेवाए दी।
उन्हें 1952 से लेकर 1977 तक हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने का गौरव प्राप्त है, तथा उनके द्वारा कई पुस्तकें भी लिखी गई है। आज पूरा प्रदेश उनकी जयंती पर दिल की गहराइयों से उनको याद कर रहा है ।

Comments