कविराज चौहान (दि शिरगुल टाइम्स शिमला)(22/04/2021)
राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज राजभवन में प्रदेश के महानिदेशक कारावास सोमेश गोयल द्वारा संकलित काॅफी टेबल बुक ‘हिमाचल बर्ड्सः अ विजुअल ट्रीट’ का विमोचन किया।
प्रदेश में तेजी से बढ़ते कोविड-19 मामलों के दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया और दिशा-निर्देशों के अनुसार, इस पुस्तक का विमोचन समारोह केवल दो लोगों की उपस्थिति में किया गया।
राज्यपाल ने हिमाचल प्रदेश के पक्षियों पर काॅफी टेबल बुक के लिए सोमेश गोयल के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि पुलिस विभाग में कार्य करते हुए इतनी अच्छी तस्वीरें लेना आसान नहीं हैं तथा उनका फोटोग्राफी का जुनून प्रशंसनीय है।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस काॅफी टेबल बुक से स्थानीय समुदाय, नीति निर्माता और प्रशासक हिमाचल प्रदेश के समृद्ध और विविधतापूर्ण पक्षियों को संरक्षित करने की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित होंगे। उन्होंने कहा कि यह आश्चर्यजनक है कि भारत में देखे जाने वाली पक्षियों की सभी प्रजातियों में से 50 प्रतिशत से अधिक अब हिमाचल प्रदेश में भी देखे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हिमालयी क्षेत्र तीतर प्रजाति के केन्द्र है और हिमाचल प्रदेश कई फिजेन्ट प्रजातियों की संरक्षण के लिए भी महत्त्वपूर्ण है। उन्होंने हिमालयन मोनाल जैसी विभिन्न तीतर प्रजातियों की कुछ दुर्लभ तस्वीरों की प्रशंसा की। उन्होंने आशा व्यक्त की कि सोमेश गोयल भविष्य में भी पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य जारी रखेंगे।
श्री गोयल ने काॅफी-टेबल बुक जारी करने के लिए राज्यपाल का धन्यवाद करते हुए कहा कि कठिन परिश्रम के बाद हमने हिमाचल प्रदेश में 672 पक्षियों और 31 महत्वपूर्ण पक्षी क्षेत्रों की एक विश्वसनीय सूची तैयार की है। हिमाचल प्रदेश में देखे जाने वाले पक्षियों की संख्या भारत में पाई जाने वाली प्रजातियों से आधी है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के स्वर्ण जयंती वर्ष में इस पुस्तक का संकलन, लेखन और संपादन उनके लिए एक विशेष अनुभव रहा है और उन्हें आशा है कि यह पुस्तक सभी को पसंद आएगी।
सोमेश गोयल एक अनुभवी ट्रेकर, वन्यजीव उत्साही, यात्रा लेखक एवं फोटोग्राफर हैं। सुंदरबन डेल्टा में संरक्षण कार्य के लिए उन्हें 2006 में पश्चिम बंगाल राज्य वन्यजीव संरक्षण पुरस्कार मिला। वह हिमाचल बडर््स फोरम के संस्थापक अध्यक्ष भी हैं जो पक्षियों के प्राकृतिक निवास स्थान के संरक्षण दिशा में समर्पित एक मंच है। वह अब तक दस पुस्तकें लिख चुके हैं।
राज्यपाल के सचिव राकेश कंवर भी इस अवसर पर उपस्थित थे।
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