संयुक्त किसान मोर्चा व संयुक्त केंद्रीय ट्रेड यूनियन मंच के द्वारा सांझे तौर पर जिलाधीश कार्यालय सोलन के माध्यम से प्रधानमंत्री महोदय को ज्ञापन सौंपा गया। इसके साथ साथ बाशा गांव में भी मजदूरों व किसानों ने इक्कठा होकर किसान आंदोलन के विषय पर प्रदर्शन किया।
इस ज्ञापन के माध्यम से किसानों मजदूरों के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि पिछले लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन में केंद्र सरकार ने किसानों से वादा किया था कि सभी फसल का समर्थन मूल्य तय किया जाएगा और समर्थन मूल्य का आधार स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश होगी, परंतु 2 साल बीत जाने के बाद भी इस मांग को पूरा नहीं किया गया है। जब किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली आ रहा था तो उसे जगह-जगह रोक दिया गया है। इस वजह से माहौल तनावपूर्ण बन गया है । संयुक्त किसान व मजदूर मोर्चा सरकार से मांग करता है कि किसानो के आंदोलन को गंभीरतापूर्ण सुना जाए और मांग पूरी की जाए। इसके साथ-साथ हम भारत का विश्व व्यापार संगठन में हिस्सा बनने का विरोध करते हैं। WTO का विरोध इसलिए है कि यह किसानों को समर्थन मूल्य देने के खिलाफ है हम मांग करते हैं कि किसानो के मुद्दों को जल्द सुलझाया जाए।
इसके साथ-साथ पंजाब के एक युवा किसान जिसकी हत्या पुलिस की गोली से हुई है केन्द्र सरकार एक करोड़ का मुआवजा वह उसके परिवार के किसी सदस्य को नौकरी का प्रबंध करे।
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